🍭 क्या आपकी शुगर कंट्रोल में है? जानिए उपाय, योग, और आहार

भारत में हर तीसरा व्यक्ति ब्लड शुगर की समस्या से जूझ रहा है। यदि समय पर ध्यान न दिया जाए, तो डायबिटीज किडनी, आंख और दिल को नुकसान पहुंचा सकती है। आइए जानते हैं कि ब्लड शुगर कंट्रोल में कैसे रखें — घरेलू नुस्खों, योग और डाइट की मदद से।

खाने योग्य चीजें :

जौ, ओट्स और रागी – धीमे पचते हैं, ब्लड शुगर को नहीं बढ़ाते

हरी सब्ज़ियाँ – पालक, मेथी, करेला, सहजन

फल – पपीता, जामुन, सेब (मध्यम मात्रा में)

मेथी दाना – रात भर भिगोकर सुबह खाएं

दालचीनी – आधा चम्मच गुनगुने पानी के साथ लें

❌ इनसे बचें:
सफेद चावल, मैदा और बेकरी प्रोडक्ट

मीठे पेय और मिठाइयाँ

आलू, अरबी, और ज़्यादा गेहूं का सेवन

🧘‍♂️ 2. शुगर कम करने वाले योग और प्राणायाम
हर दिन सिर्फ 30 मिनट योग से ब्लड शुगर पर कंट्रोल संभव है।

🟢 योगासन:
वज्रासन (भोजन के बाद 10 मिनट)

पवनमुक्तासन

मंडूकासन

बालासन

सूर्य नमस्कार (5–12 बार)

🧘‍♀️ प्राणायाम:
कपालभाति – 5 मिनट

अनुलोम-विलोम – 10 मिनट

भ्रामरी – 5 मिनट

🌿 3.आयुर्वेदिक अद्धभुत नुस्खे (प्राकृतिक तरीके)
गुड़मार (Gymnema) – मीठा खाने की इच्छा कम करता है

जामुन के बीज का चूर्ण – 1/2 चम्मच सुबह-शाम

नीम + तुलसी + बिल्व पत्र – सुबह खाली पेट

दिव्य मधुनाशिनी वटी (पतंजलि)

⚠️ ध्यान दें: कोई भी नुस्खा डॉक्टर की सलाह के बिना न अपनाएं।

🩺 4. ब्लड शुगर लेवल कितनी होनी चाहिए?
समय आदर्श शुगर लेवल
खाली पेट 70–100 mg/dL
खाने के 2 घंटे बाद < 140 mg/dL

नियमित ब्लड शुगर मॉनिटरिंग से आप डायबिटीज को नियंत्रित रख सकते हैं।

🛌 5. नींद और तनाव का असर
नींद की कमी और तनाव भी शुगर लेवल बढ़ाते हैं।

रोज़ कम से कम 7 घंटे नींद लें।

ध्यान और मेडिटेशन को दिनचर्या में शामिल करें।

निष्कर्ष :

डायबिटीज जीवन भर साथ रह सकती है, लेकिन नियंत्रित रहे तो कोई खतरा नहीं होता।”

संतुलित आहार, नियमित योग और घरेलू नुस्खों से आप ब्लड शुगर को कंट्रोल में रख सकते हैं और दवाओं की जरूरत भी कम हो सकती है।

🔖 अक्सर पूछे जाने वाले सवाल (FAQ)
Q1: क्या सिर्फ आहार से शुगर कंट्रोल हो सकती है?
➡️ जी हाँ, शुरुआत में अगर शुगर ज़्यादा नहीं है तो सिर्फ आहार और योग से कंट्रोल संभव है।

Q2: क्या शुगर मरीज फलों का सेवन कर सकते हैं?
➡️ हाँ, लेकिन सीमित मात्रा में और लो-ग्लायसेमिक फल जैसे पपीता, जामुन, सेब आदि।

Q3: आयुर्वेदिक दवाएं कब लेनी चाहिए?
➡️ डॉक्टर की सलाह के बाद ही लें, खासकर यदि आप पहले से एलोपैथिक दवा ले रहे हैं।

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