
विटामिन (Vitamins): प्रकार, फायदे, कमी के लक्षण और स्रोत
विटामिन हमारे शरीर के लिए बेहद आवश्यक सूक्ष्म पोषक तत्व (Micronutrients) हैं। ये शरीर को ऊर्जा तो नहीं देते, लेकिन शरीर के अंगों को सही तरह से काम करने, रोग प्रतिरोधक क्षमता बढ़ाने और त्वचा-बालों की सेहत बनाए रखने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाते हैं। अगर शरीर में किसी भी विटामिन की कमी हो जाए तो कई तरह की बीमारियाँ और कमजोरी देखने को मिलती है।
विटामिन के प्रकार
विटामिन दो मुख्य श्रेणियों में बाँटे जाते हैं:
वसा में घुलनशील विटामिन (Fat-Soluble Vitamins)
पानी में घुलनशील विटामिन (Water-Soluble Vitamins)
वसा में घुलनशील विटामिन (Fat-Soluble Vitamins)
ये विटामिन शरीर में वसा (Fat) के साथ संग्रहित रहते हैं। इनकी अधिकता नुकसान भी पहुँचा सकती है।
विटामिन A – आँखों की रोशनी और त्वचा के लिए जरूरी।
विटामिन D – हड्डियों को मजबूत बनाता है, कैल्शियम अवशोषण में मदद करता है।
विटामिन E – एंटीऑक्सीडेंट की तरह काम करता है, त्वचा और प्रजनन क्षमता के लिए जरूरी।
विटामिन K – रक्त का थक्का जमाने और हड्डियों की मजबूती के लिए आवश्यक।
पानी में घुलनशील विटामिन (Water-Soluble Vitamins)
ये शरीर में संग्रहित नहीं होते, इसलिए इनकी नियमित खुराक जरूरी है।
विटामिन B-कॉम्प्लेक्स (B1, B2, B3, B5, B6, B7, B9, B12) – ऊर्जा उत्पादन, मस्तिष्क और तंत्रिका तंत्र के लिए जरूरी।
विटामिन C – रोग प्रतिरोधक क्षमता बढ़ाता है, त्वचा के लिए लाभकारी।
विटामिन की कमी के लक्षण

थकान और कमजोरी
बालों का झड़ना और त्वचा की समस्याएँ
आँखों की रोशनी कम होना
हड्डियाँ कमजोर होना
बार-बार बीमार पड़ना
याददाश्त कमजोर होना
विटामिन के प्राकृतिक स्रोत
विटामिन | प्रमुख स्रोत |
---|---|
विटामिन A | गाजर, पपीता, पालक, दूध, अंडा |
विटामिन D | धूप, मछली, दूध, अंडा |
विटामिन E | बादाम, सूरजमुखी के बीज, मूंगफली |
विटामिन K | हरी पत्तेदार सब्जियाँ, पत्ता गोभी, ब्रोकोली |
विटामिन C | आंवला, संतरा, नींबू, अमरूद |
विटामिन B-कॉम्प्लेक्स | साबुत अनाज, दालें, अंडा, दूध, मांस |
प्रत्येक विटामिन का विस्तार
1. विटामिन A
- महत्व: आँखों की रोशनी, त्वचा और रोग प्रतिरोधक क्षमता के लिए ज़रूरी।
- Daily Requirement (RDA):
- पुरुष: 900 mcg
- महिला: 700 mcg
- Sources: गाजर, पालक, पपीता, दूध, अंडा, मछली।
- कमी के लक्षण: रात को कम दिखाई देना (Night Blindness), सूखी त्वचा, रोग प्रतिरोधक क्षमता कम होना।
- फायदे: बच्चों की ग्रोथ, इम्यून सिस्टम मजबूत, झुर्रियाँ और स्किन एजिंग को रोकना।
🍞 2. विटामिन B-कॉम्प्लेक्स
विटामिन B कुल 8 प्रकार के होते हैं और ये ऊर्जा उत्पादन, मेटाबॉलिज्म और दिमाग़ी स्वास्थ्य के लिए ज़रूरी हैं।
- Vitamin B1 (Thiamine): नर्वस सिस्टम के लिए ज़रूरी।
- Sources: साबुत अनाज, दालें, सूखे मेवे।
- Deficiency: बेरी-बेरी रोग।
- Vitamin B2 (Riboflavin): त्वचा, बाल और लाल रक्त कोशिकाओं के लिए।
- Sources: दूध, दही, अंडा।
- Vitamin B3 (Niacin): पाचन और हार्मोन संतुलन के लिए।
- Deficiency: Pellagra (त्वचा व मानसिक रोग)।
- Vitamin B5 (Pantothenic Acid): हार्मोन और ऊर्जा उत्पादन।
- Vitamin B6 (Pyridoxine): दिमाग़ी कार्य और रक्त निर्माण।
- Deficiency: एनीमिया, कमजोरी।
- Vitamin B7 (Biotin): बाल और त्वचा के लिए।
- Sources: अंडे, सोयाबीन।
- Vitamin B9 (Folate): गर्भवती महिलाओं के लिए बेहद ज़रूरी।
- Deficiency: शिशु में जन्म दोष।
- Vitamin B12 (Cobalamin): लाल रक्त कोशिका निर्माण और मस्तिष्क कार्य।
- Sources: दूध, मांस, अंडा।
- Deficiency: Pernicious Anemia।
👉 RDA: B-complex की आवश्यकता 1.2–2.4 mcg (प्रकार अनुसार)।
🍊 3. विटामिन C
- महत्व: रोग प्रतिरोधक क्षमता, कोलेजन निर्माण (त्वचा व हड्डियों के लिए)।
- Daily Requirement:
- पुरुष: 90 mg
- महिला: 75 mg
- Sources: आंवला, संतरा, नींबू, अमरूद।
- कमी: स्कर्वी रोग (मसूड़ों से खून आना, थकान)।
- फायदे: सर्दी-जुकाम से बचाव, त्वचा चमकदार, जख्म जल्दी भरना।
☀️ 4. विटामिन D
- महत्व: हड्डियों और दाँतों को मजबूत बनाता है, कैल्शियम अवशोषण।
- Daily Requirement: 600 IU (International Unit)
- Sources: धूप, अंडा, मछली, दूध।
- कमी: बच्चों में रिकेट्स, बड़ों में ऑस्टियोपोरोसिस।
- फायदे: हड्डियाँ मजबूत, इम्यूनिटी बढ़ाना।
🌻 5. विटामिन E
- महत्व: एक एंटीऑक्सीडेंट की तरह काम करता है।
- Daily Requirement: 15 mg
- Sources: बादाम, सूरजमुखी के बीज, पालक।
- कमी: मांसपेशियों की कमजोरी, त्वचा की समस्याएँ।
- फायदे: त्वचा, बाल और प्रजनन स्वास्थ्य के लिए लाभकारी।
🥬 6. विटामिन K
- महत्व: रक्त का थक्का जमाने और हड्डियों की मजबूती में मदद।
- Daily Requirement:
- पुरुष: 120 mcg
- महिला: 90 mcg
- Sources: पालक, ब्रोकोली, पत्ता गोभी।
- कमी: चोट लगने पर खून ज्यादा बहना।
- फायदे: हड्डियों की मजबूती और ब्लड क्लॉटिंग।
विटामिन की कमी से होने वाली बीमारियाँ
Vitamin A की कमी – Night Blindness
Vitamin B1 – Beri-Beri
Vitamin B3 – Pellagra
Vitamin B9 – जन्म दोष
Vitamin B12 – Pernicious Anemia
Vitamin C – Scurvy
Vitamin D – Rickets, Osteoporosis
Vitamin K – Excessive bleeding
Recommended Daily Allowance (RDA) Chart
विटामिन | पुरुष (18-60 वर्ष) | महिला (18-60 वर्ष) | बच्चे (5-12 वर्ष) |
---|---|---|---|
Vitamin A | 900 mcg | 700 mcg | 400-600 mcg |
Vitamin B1 | 1.2 mg | 1.1 mg | 0.9 mg |
Vitamin B2 | 1.3 mg | 1.1 mg | 0.9 mg |
Vitamin B3 | 16 mg | 14 mg | 12 mg |
Vitamin B6 | 1.3 mg | 1.3 mg | 1 mg |
Vitamin B9 | 400 mcg | 400 mcg | 200 mcg |
Vitamin B12 | 2.4 mcg | 2.4 mcg | 1.2 mcg |
Vitamin C | 90 mg | 75 mg | 45 mg |
Vitamin D | 600 IU | 600 IU | 400 IU |
Vitamin E | 15 mg | 15 mg | 7-10 mg |
Vitamin K | 120 mcg | 90 mcg | 60 mcg |
Natural vs Supplements: क्या बेहतर है?
“हालाँकि सप्लीमेंट्स कमी को तेज़ी से भर सकते हैं, लेकिन बिना जाँच अपने-आप लेना उचित नहीं है। इसके विपरीत, प्राकृतिक आहार से मिलने वाले विटामिन आमतौर पर बेहतर अवशोषित होते हैं; फिर भी, जब कमी गंभीर हो तब डॉक्टर-सलाह से सप्लीमेंट लेना सुरक्षित है.”
- Natural sources (फल, सब्जियाँ, दूध, अनाज) से मिलने वाले विटामिन संतुलित और सुरक्षित होते हैं।
- Supplements तभी लेना चाहिए जब डॉक्टर सलाह दें या जब गंभीर कमी हो।
संतुलित आहार में विटामिन कैसे पाएं?

रोज़ाना हरी पत्तेदार सब्जियाँ और फल खाएँ।
आंवला, संतरा, नींबू जैसे citrus fruits को diet में शामिल करें।
दूध, दही, अंडा और अनाज का सेवन करें।
धूप में रोज़ाना 15 मिनट ज़रूर बैठें।
जंक फूड और प्रोसेस्ड फूड से बचें।
निष्कर्ष:
विटामिन छोटे ज़रूर हैं लेकिन शरीर के लिए बेहद बड़े काम करते हैं। हर विटामिन का अपना महत्व है और कमी से कई बीमारियाँ हो सकती हैं। अगर आप संतुलित आहार लेते हैं और प्राकृतिक sources को अपने खाने में शामिल करते हैं, तो आपको अतिरिक्त supplements की ज़रूरत नहीं होगी।
👉 इसलिए, स्वस्थ और ऊर्जा से भरपूर जीवन के लिए विटामिन को अपनी रोज़मर्रा की diet का हिस्सा ज़रूर बनाएँ।
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