आज कल हर किसी को कमजोरी क्यों हो रही है क्या आपको पता है-पुरा पढ़े

आज के दौर में, जब हर इंसान भागदौड़ भरी ज़िंदगी जी रहा है, कमजोरी (Weakness) एक सामान्य लेकिन गंभीर समस्या बन चुकी है। पहले यह समस्या सिर्फ बुज़ुर्गों में देखने को मिलती थी, लेकिन अब यह बच्चों और युवाओं में भी तेजी से बढ़ रही है।

तो आखिर आजकल कमजोरी क्यों हो रही है? इसके पीछे सिर्फ एक कारण नहीं बल्कि कई छुपे हुए कारण हैं। आइए इन्हें विस्तार से समझते हैं।

देखिए,आजकल कमजोरी होना बहुत आम बात हो गई है। इसके पीछे कई कारण छुपे होते हैं जैसे – गलत खानपान, तनाव, नींद की कमी, शारीरिक गतिविधि का अभाव और अंदरूनी बीमारियाँ। खासकर जंक फूड, देर रात तक जागना और तनावपूर्ण जीवनशैली हमारी ऊर्जा को धीरे-धीरे खत्म कर देती है। इसके अलावा, एनीमिया, थायरॉइड, डायबिटीज और विटामिन की कमी भी कमजोरी का बड़ा कारण हो सकते हैं। अगर समय रहते इन पर ध्यान न दिया जाए तो यह समस्या गंभीर रूप ले सकती है।

अब सोचिए, अगर हम रोज़ाना जंक फूड, पैकेज्ड स्नैक्स या तली-भुनी चीजें खाते हैं, तो शरीर को क्या मिलेगा? पोषण बिल्कुल कम। यही वजह है कि शरीर को ज़रूरी विटामिन, मिनरल्स और प्रोटीन नहीं मिल पाते। नतीजा यह होता है कि धीरे-धीरे शरीर कमजोर पड़ने लगता है और थकान हर समय महसूस होती है।

अब मान लीजिए कि आप हमेशा टेंशन में रहते हैं, तो उसका असर सीधा आपके शरीर पर पड़ेगा। दरअसल, तनाव के समय शरीर में Cortisol हार्मोन बढ़ जाता है। यही हार्मोन नींद खराब कर देता है, भूख कम कर देता है और ऊर्जा खा जाता है। यही वजह है कि तनावग्रस्त इंसान हमेशा थका-थका और कमजोर दिखाई देता है।

नींद हमारे शरीर के लिए रिचार्ज का काम करती है। लेकिन आजकल देर रात तक मोबाइल चलाना या काम में लगे रहना, नींद को खराब कर देता है। जब नींद पूरी नहीं होती, तो शरीर और दिमाग दोनों थक जाते हैं। इसी वजह से सुबह उठते ही कमजोरी और आलस महसूस होने लगता है।

आज की लाइफ़स्टाइल में लोग घंटों तक कुर्सी पर बैठे रहते हैं। न वॉक, न योग, न एक्सरसाइज। अब ऐसे में शरीर एक्टिव कैसे रहेगा? मांसपेशियाँ कमजोर हो जाती हैं, ब्लड सर्कुलेशन धीमा पड़ जाता है और ऑक्सीजन की सप्लाई भी ठीक से नहीं हो पाती। नतीजा – कमजोरी।

अब ये समझना भी ज़रूरी है कि हर बार कमजोरी सिर्फ लाइफ़स्टाइल से नहीं होती। कई बार यह किसी बीमारी का संकेत भी हो सकती है।

  • एनीमिया: खून की कमी से ऑक्सीजन सप्लाई घट जाती है।
  • थायरॉइड: हार्मोन का असंतुलन थकान लाता है।
  • डायबिटीज: शुगर लेवल बिगड़ने से ऊर्जा घट जाती है।
  • विटामिन D और B12 की कमी: हड्डियों और नसों को कमजोर कर देती है।

यानी अगर कमजोरी लंबे समय तक बनी रहे, तो हेल्थ चेकअप ज़रूर कराना चाहिए।

अब मान लीजिए कोई व्यक्ति शराब, सिगरेट या तंबाकू लेता है, तो क्या होगा? धीरे-धीरे उसका शरीर अंदर से खोखला हो जाएगा। इसी तरह ज्यादा कैफीन और कोल्ड ड्रिंक भी शरीर को डिहाइड्रेट करके ऊर्जा कम कर देते हैं। ये आदतें सिर्फ कमजोरी ही नहीं, बल्कि गंभीर बीमारियों की वजह भी बन सकती हैं।


जब शरीर में कमजोरी बढ़ने लगती है, तो वह अलग-अलग तरीकों से संकेत देता है। जैसे:

बार-बार थकान महसूस होना

काम में ध्यान न लगना

चिड़चिड़ापन और मूड स्विंग्स

सिर दर्द और चक्कर आना

मांसपेशियों में दर्द और जकड़न

देखिए, कमजोरी कोई ऐसी चीज़ नहीं है जिसे ठीक करना मुश्किल हो। अगर हम अपनी रोज़मर्रा की आदतों में थोड़ा-सा बदलाव कर लें, तो आसानी से कमजोरी से बच सकते हैं। आइए, एक-एक करके समझते हैं।

भोजन हमारी असली दवा है। अगर आप कमजोरी से बचना चाहते हैं, तो सबसे पहले अपने खाने पर ध्यान दीजिए।

  • रोज़ाना हरी सब्जियाँ, मौसमी फल और दालें शामिल करें।
  • नाश्ते में अंकुरित अनाज और सूखे मेवे ज़रूर लें।
  • पानी और नारियल पानी जैसे हेल्दी ड्रिंक पीते रहें।

👉 जब शरीर को सही पोषण मिलेगा, तभी वह मजबूत और ऊर्जावान बनेगा।

मान लीजिए आप दिनभर बैठकर काम करते हैं और कोई एक्सरसाइज नहीं करते। ऐसे में शरीर सुस्त हो जाएगा। इसलिए रोज़ाना 20–30 मिनट वॉक, योग या हल्का-फुल्का एक्सरसाइज ज़रूरी है।

👉 इससे ब्लड सर्कुलेशन अच्छा होगा और आप खुद को एक्टिव महसूस करेंगे।

नींद शरीर का ईंधन है। अगर आप नींद पूरी नहीं लेंगे, तो थकान और कमजोरी होना लाज़मी है। इसलिए कोशिश करें कि रोज़ाना 7–8 घंटे की गहरी नींद लें।

  • रात को देर तक मोबाइल इस्तेमाल करने से बचें।
  • सोने से पहले रिलैक्सिंग माहौल बनाएँ।

👉 जब नींद अच्छी होगी, तो ऊर्जा अपने-आप बढ़ेगी।

तनाव कमजोरी का सबसे बड़ा दुश्मन है। इसलिए ध्यान (Meditation), योग और गहरी सांस की एक्सरसाइज की आदत डालें। इसके अलावा, अपने शौक जैसे किताब पढ़ना, म्यूजिक सुनना या गार्डनिंग करना भी तनाव कम करने में मदद करता है।

👉 जब दिमाग शांत रहेगा, तो शरीर भी मजबूत लगेगा।

अगर आप शराब, सिगरेट या ज्यादा कैफीन लेते हैं, तो धीरे-धीरे आपका शरीर कमजोर होता जाएगा। इसलिए इन आदतों को छोड़ना ज़रूरी है।

👉 जब आप हेल्दी लाइफ़स्टाइल अपनाएँगे, तो शरीर अपने आप मजबूत हो जाएगा।

कभी-कभी कमजोरी किसी अंदरूनी बीमारी का संकेत भी हो सकती है। इसलिए अगर कमजोरी लंबे समय तक बनी रहे, तो डॉक्टर से सलाह लें और ब्लड टेस्ट या विटामिन लेवल की जाँच कराएँ।

👉 समय रहते इलाज मिलेगा तो आप जल्दी स्वस्थ हो जाएंगे।

संक्षेप में कहा जाए तो, आजकल कमजोरी क्यों हो रही है इसका जवाब हमारी जीवनशैली में छुपा है। अगर हम अपने खानपान, नींद, तनाव और एक्सरसाइज पर ध्यान दें, तो इस समस्या से आसानी से बच सकते हैं।

👉 याद रखें – “स्वस्थ आदतें ही मजबूत शरीर की असली पूंजी हैं।”

Leave a Comment

Your email address will not be published. Required fields are marked *

Scroll to Top